जयपुर। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में एक दिन पूरी तरह से महिलाओं को समर्पित रहा। पूरा दिन राहुल महिलाओं बेटियों के साथ चलें। उनकी समस्याएं जानीं और गहलोत सरकार को निराकरण करने के निर्देश दिए। ऐसा इसलिए किया कि राहुल गांधी यात्रा में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करना चाहते हैं। लेकिन राजस्थान में राजनीति में रुचि रखने वाले लोग चाहते हैं कि वे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व राहुल पर बात करें।
रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा राजस्थान से गुजर रही है लेकिन राहुल यहां कांग्रेस के संकट पर बात नहीं कर रहे हैं। कोई हल नहीं निकाल रहे हैं। स्थिति स्पष्ट नहीं कर रहे हैं कि यहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ही रहने वाले हैं या पायलट की भूमिका भी तय होगी। इसके पहले सभी लोग गुजरात चुनाव के परिणामों से राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को जोड़कर सवाल उठा रहे थे-गुजरात में यह यात्रा क्यों नहीं निकाली? भारत जोड़ो यात्रा में जुट रही भीड़ कांग्रेस के वोटों में क्यों तब्दील नहीं हो रही है?
पिछले दिनों भारत जोड़ो यात्रा में चल रहे कन्हैया कुमार यह बात कह चुके हैं कि जरूरी नहीं है कि भारत जोड़ो यात्रा में चुनाव की बात हो या पार्टी की बात हो। इस यात्रा का मकसद लोगों से जुड़ने का है और लोग जुड़ रहे हैं। उनका कहना था कि चुनाव और परिणाम राजनीति का एक हिस्सा है। यह पूरी राजनीति नहीं है। महात्मा गांधी ने भी कई यात्राएं निकाली सत्याग्रह किए आंदोलन किए…क्या वो चुनाव लड़ने के लिए किए गए थे। क्या महात्मा गांधी राजनीतिज्ञ नहीं थे।