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बुरहानपुर में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी के एक साथ 3 हजार कार्यकर्ताओं का पार्टी से इस्तीफा, यूपी चुनाव में भाजपा से सांठगांव का आरोप

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बुरहानपुर   हैदराबाद से लोकसभा सदस्य व एआईएमआईएम यानी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी को बुरहानपुर में बड़ा झटका लगा है। यहां पार्टी के 15 से अधिक पदाधिकारियों के साथ 3 से हजार से अधिक सदस्यों ने एक साथ प्राथमिक सदस्यता इस्तीफा दे दिया।

पार्टी पदाधिकारी, कार्यकर्ताओं का आरोप है कि पार्टी के नेता यूपी चुनाव में भाजपा से सांठगांठ कर 100 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। पूर्व में भी इसी तरह सांठगांठ के आरोप लगे हैं। मप्र में संगठन का विस्तार नहीं किया जा रहा है।

1 साल में जोड़े 3 हजार सदस्य, सभी ने प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

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एआईएमआईएम के पूर्व संभाग अध्यक्ष डॉ. फरीद उद्दीन काजी ने कहा- हम पार्टी से 2019 से जुड़े थे। पिछले एक साल में 3 हजार सदस्य बनाए, लेकिन मायूसी हाथ लगी। हमारा मकसद पिछड़े समाज के लोगों का उद्धार करना था, जिन पर सरकारें अत्याचार करती हैं। इसलिए पार्टी का दामन थामा, लेकिन यहां भाजपा की सरकार मजबूत है, उसे अल्पसंख्यक और मुस्लिम वोटों से कोई खतरा नहीं है।

इसलिए मप्र में एआईएमआईएम संगठन खड़ा करने के लिए रुचि नहीं दिखा रहा है। इससे ऐसा लग रहा है कि सांठगांठ है। 3 हजार सदस्यों के साथ 15 पदाधिकारी एक साथ जुड़े थे और एक साथ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहे हैं। इसमें शहर अध्यक्ष डॉ. इमरान खान, पूर्व शहर अध्यक्ष अमान मोहम्मद गोटेवाला, सचिव, महामंत्री सहित अन्य पदाधिकारी इस्तीफा दे रहे हैं।

हैदराबाद से लेना पड़ती है परमिशन

पूर्व संभाग अध्यक्ष डॉ. फरीद उद्दीन काजी ने कहा-अगर मप्र में कोई भी कार्यक्रम करना या किसी से मिलने के लिए हैदराबाद से परमिशन लेना पड़ती है। परमिशन देने का काम खुद पार्टी के अध्यक्ष ओवैसी का है और वह परमिशन देते नहीं। इससे स्पष्ट होता है कि पार्टी प्रदेश में संगठन का विस्तार नहीं करना चाहती।

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