पटना l अनमोल कुमार
राष्ट्रीय जनता दल ने गोपालगंज एवं बेतिया मैं छोटी दीपावली एवं दीपावली के दिन जहरीली शराब पीने से 10 व्यक्ति गोपालगंज एवं 10 व्यक्ति बेतिया में जहरीली शराब पीने से हुई मौत पर गहरी संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि पूरे बिहार में जबसे शराबबंदी लागू हुई है करीब 6 माह से साल भर तक शराब बंदी का असर दिखा परंतु जैसे-जैसे शराब माफियाओं का राज आता गया और शराब माफियाओं का गठजोड़ सत्ताधारी दल के लोगों के साथ होता गया तब से बिहार में शराबों की बहार सी आ गई है अंग्रेजी शराब से लेकर देसी शराब महुआ एवं जहरीली शराब ओं की भरमार सी हो गई है आए दिन जहरीली शराब से मरने वाले लोगों की संख्या में वृद्धि हो रही है शराब माफिया पुलिस प्रशासन एवं सत्ता में बैठे हुए लोगों का गठजोड़ इस कदर मजबूत हो गया है कि थाना परिसर से ही शराब की बिक्री होने लगी है घर-घर शराब पहुंचाए जाने लगे हैं शराब की होम डिलीवरी पूरे बिहार में हो रही है परंतु शासन प्रशासन और सरकार सब कुछ जानते हुए भी आंख मूंदे हुए हैं स्थिति ऐसी हो गई है कि शराब माफियाओं के पैसे से ही सत्तारूढ़ दल के सदस्यों का राजनीति चलती है सरकार की जो नीति है वह पूरी तरह फेल है शराब पीने वाले लोग शराब पी ही ले रहे हैं परंतु शराब पीने वाले लोगों को पैसा अधिक लगती है और जो फायदा सरकार को होना चाहिए वह फायदा शराब माफियाओं का हो रहा है सरकार शराब माफिया हैं और पुलिस गठजोड़ को तोड़ने में असमर्थ है ऐसी स्थिति में नीतीश कुमार जी को बताना चाहिए की जहरीली शराब से हुई मौत का जिम्मेदार कौन ? ऐसे में नीतीश कुमार जी का यह बयान की शराब पियोगे तो मरोगे ही गैर जिम्मेदाराना प्रतीत होता है सरकार अपनी लापरवाहीयों को छुपाना चाहती है अपनी नाकामियों को जनता के ऊपर डालना चाहती है जो शराब तो पी रहे हैं परंतु अपनी मौत से अनजान है पूरे बिहार में शराबबंदी अब कागजों में ही है इसके लिए पूरी तरह से सिर्फ और सिर्फ सरकार एवं प्रशासन है
राजद नेता और प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने जहरीली शराब से मरने वाले लोगों को सरकार अवीलंब मुआवजा के तौर पर 50 लाख रुपया एवं गाय रोगों का इलाज अच्छी तरीका से हो इसकी उपाय सरकार को करनी चाहिये l