
रायपुर। छत्तीसगढ़ के चार किसानों को केंद्र सरकार ने पादप जिनोम संरक्षण पुरस्कार- 2021 से नवाजा है। इनमें जांजगीर-चांपा के कृषक दीनदयाल यादव को 36 भाजियों के संरक्षण करने, जांजगीर-चांपा के ही हेतराम देवांगन को साईं करेला और साईं लौकी के संरक्षण को लेकर, बीजापुर के कृषक लिंगूराम ठाकुर धान की विलुप्त प्रजाति के संरक्षण पर और बालोद के ग्राम अरकार निवासी कृषक संजय प्रकाश चौधरी को जैविक खेती और सुगंधित धान की जैविक विधि पर पुरस्कार मिला है।
केंद्रीय कृषि एवं समाज कल्यण र दिलाने के लिए उनका मार्गदर्शन करने में कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के अनुवांशिकी एवं पादप प्रजनन विभाग के कृषि विज्ञानी डा. दीपक शर्मा की महती भूमिका रही है। उनके मार्गदर्शन में इसके पहले भी 11 किसानों को इस तरह के पुरस्कार मिल चुके हैं। मामले में कृषि विवि के कुलपति डा. एसएस सेंगर ने किसानों को शुभकामनाएं दीं।

यहां पेटेंट भी कराने की तैयारी
बताया जाता है कि जांजगीर-चांपा के कृषक दीनदयाल यादव इंदिरा गांधी कृषि विवि के वैज्ञानिकों के साथ मिलकर इन सभी भाजियों के पेटेंट के लिए पौधा किस्म और कृषक अधिकार को लेकर केंद्र सरकार के पास आवेदन भी कर रखा है। कृषि विज्ञानी डा. दीपक शर्मा की मदद से कई किसानों ने अपनी संरक्षित किस्मों को पेटेंट कराने के लिए भी आवेदन किया है। बतादें कि प्रदेश में विभिन्न पुरानी किस्मों के संरक्षण को लेकर लगातार काम चल रहा है। इसमें कृषि विवि रायपुर के कृषि विज्ञानी लगातार सहयोग कर रहे हैं।