जमुई : शुक्रवार की देर शाम नकाबपोश अपराधियों ने खैरा प्रखंड के चौकीटांड़ गांव के नदी के समीप ग्रामीण चिकित्सक मु. यहिया अंसारी को गोली मार दी थी। इस के बाद गंभीर अवस्था में सदर अस्पताल लाया गया था। जहां से चिकित्सकों ने पटना रेफर किया गया था। जहां एक निजी हास्पिटल में इलाज के दौरान शनिवार की सुबह उसकी मौत हो गई। उसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए स्वजन पीएमसीएच ले गए। जहां से पोस्टमार्टम के बाद शव को जमुई लाया गया। ग्रामीण चिकित्सक मु. यहिया अंसारी की मौत की खबर आते ही पूरे गांव में मातम छाया हुआ है। स्वजन का रो-रोकर बुरा हाल है। बता दें कि शुक्रवार की शाम ग्रामीण चिकित्सक मु. यहिया अंसारी किसी का इलाज कर नदी पार कर बाइक से अपने घर आ रहे थे तभी नदी किनारे पहले से घात लगाए नकाबपोश बाइक सवार दो युवक ने ताबड़तोड़ गोलियों की बौछार कर दी। जब तक लोग पहुंचते तब तक अपराधी बाइक से फरार हो गए। फिलहाल, अपराधियों की पहचान नहीं हो पाई है। पुलिस घटना की छानबीन में जुटी हुई है। पुलिस जल्द से जल्द अपराधियों की गिरफ्तारी करने का दावा कर रही है। जमुई में पुलिस का खौफ अपराधियों के बीच नहीं रहा। बेखौफ अपराधी एक के बाद एक हत्या की घटना को अंजाम देकर पुलिस को खुलेआम चुनौती दे रहे हैं। पिछले माह एक सप्ताह के अंदर सिकंदरा में नवनिर्वाचित मुखिया सहित दो और लक्ष्मीपुर में एक की हत्या गोली मार कर दी गई थी
Sign in
Sign in
Recover your password.
A password will be e-mailed to you.
Breaking
लोकसभा चुनाव 2024: दूसरे चरण की वो 54 सीटें, जो तय करेंगी 2024 के सत्ता का भविष्य
‘मना किया पर अब्बा नहीं माने…’, अतीक के बेटे का बयान खोलेगा उमेशपाल हत्याकांड का बड़ा राज
लगता है मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था…मालदा में ऐसा क्यों बोले पीएम मोदी?
20 साल में सबसे ज्यादा सर्च किया गया Inheritance Tax, सैम पित्रोदा भी 5 साल में रहे टॉप पर
कर्नाटक ही नहीं, इन 4 राज्यों में भी OBC में शामिल हैं सभी मुस्लिम, देश में क्या है व्यवस्था?
Everest या MDH के मसाले ही नहीं, बादाम से अश्वगंधा तक इन 527 भारतीय प्रोडक्ट्स में भी मिला एथिलीन ऑक...
अमेठी से राहुल और रायबरेली से प्रियंका गांधी लड़ेंगी चुनाव? अखिलेश ने खोल दिए पत्ते
राजस्थान में ऑडियो टेप कांड पर पीएम मोदी का कांग्रेस पर हमला, कहा-युवाओं की क्षमता को बर्बाद कर दिया
‘जम्मू-कश्मीर मुश्किल समय में है, मैं बेजुबानों की आवाज बनने आई हूं’, राजौरी में बोलीं महबूबा मुफ्ती
ऑफिस में लोग मुझे बुजुर्ग कहते, तंज कसते, आखिर 25 की उम्र में बदलवाने पड़े घुटने, एक युवा का दर्द