इंदौर में अवैध हॉस्टल निर्माण में जोन क्रमांक 13 का सर्वानंद नगर अव्वल है। पिछले दिनों रह वासियों की शिकायत के बाद नगर निगम हॉस्टल निर्माण करने वालों पर बेन जरूर लगाया था लेकिन निगम के आदेशों के खिलाफ जाकर दर्जनों अवैध हॉस्टल मौके पर चुके हैं। बार-बार समझाइश के बाद भी नहीं समझने वालों पर अब निगम का बुलडोजर किसी भी दिन चल सकता है।
शहर में नक्शा परमिशन केवल नाम मात्र ही रह चुका है लोग अपनी मनमानी कर रहवासी अनुमति के विपरीत कमर्शियल निर्माण कर रहे हैं निगम अफसर निर्माण शुरू होने से पहले ही नोटिस तामिल कर देते हैं लेकिन इसके बावजूद चार,पांच मंजिला अवैध निर्माण कर हॉस्टल तान ने वाले निगम के आदेशों को भी हवा में उड़ा रहे हैं। जॉन 13 के अंतर्गत आने वाले सर्वानंद नगर में रहवासियों की शिकायत के बाद निगम ने कांग्रेस के कार्यकाल में अवैध हॉस्टलों पर कार्रवाई की थी निगम का बुलडोजर भी चला था लेकिन भाजपा की सरकार आने के बाद से कार्यवाही ठंडे बस्ते में जा चुकी है। हाल यह है कि नोटिस मिलने के बावजूद अवैध निर्माण करने वाले जवाब नहीं दे रहे हैं। सर्वानंद नगर में वैसे तो कई हॉस्टल अवैध तन चुके हैं। लेकिन 10 लोगों मनीष बजाज,राजेश खुबानी,सुनील किशरीचानी,रवि मलकानी,राहुल मंचन्दानी,लक्ष्मी चौहान,हितेश बुलानी,नव्या बुलानी,सुनील माटा और गुलाब राजानी
को दोबारा निगम ने नोटिस थमाया है किसी भी दिन रिमूवल की कार्रवाई हो सकती है।
कम्पाउंडिंग भी नही हो सकती
बिल्डिंग परमिशन की अनुमति के खिलाफ तन चुके अवैध हॉस्टलों की कंपाउंडिंग भी होना संभव नहीं है। चूंकि मौके पर इतना अधिक अवैध निर्माण कर लिया गया है कि जो कंपाउंडिंग नियम के दायरे में नहीं आता है। ऐसे में अब देखना यह है कि आखिर किस नेता के कदमों तले कुचला जाएगा निगम का बुलडोजर।