Breaking
लोकसभा चुनाव 2024: दूसरे चरण की वो 54 सीटें, जो तय करेंगी 2024 के सत्ता का भविष्य ‘मना किया पर अब्बा नहीं माने…’, अतीक के बेटे का बयान खोलेगा उमेशपाल हत्याकांड का बड़ा राज लगता है मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था…मालदा में ऐसा क्यों बोले पीएम मोदी? 20 साल में सबसे ज्यादा सर्च किया गया Inheritance Tax, सैम पित्रोदा भी 5 साल में रहे टॉप पर कर्नाटक ही नहीं, इन 4 राज्यों में भी OBC में शामिल हैं सभी मुस्लिम, देश में क्या है व्यवस्था? Everest या MDH के मसाले ही नहीं, बादाम से अश्वगंधा तक इन 527 भारतीय प्रोडक्ट्स में भी मिला एथिलीन ऑक... अमेठी से राहुल और रायबरेली से प्रियंका गांधी लड़ेंगी चुनाव? अखिलेश ने खोल दिए पत्ते राजस्थान में ऑडियो टेप कांड पर पीएम मोदी का कांग्रेस पर हमला, कहा-युवाओं की क्षमता को बर्बाद कर दिया ‘जम्मू-कश्मीर मुश्किल समय में है, मैं बेजुबानों की आवाज बनने आई हूं’, राजौरी में बोलीं महबूबा मुफ्ती ऑफिस में लोग मुझे बुजुर्ग कहते, तंज कसते, आखिर 25 की उम्र में बदलवाने पड़े घुटने, एक युवा का दर्द

किसानों, मजदूरों की एकजुटता लायेगी बदलाव- दिवान चन्द पटेल

Whats App

बस्ती । भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश सचिव एवं मुण्डेरवा गन्ना समिति के निवर्तमान चेयरमैन दिवान चन्द पटेल ने पूर्वान्चल के किसानों, मजदूरों के प्रति आभार व्यक्त करते हुये कहा है कि संयुक्त किसान मोर्चा और भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत, प्रवक्ता राकेश टिकैत के आवाहन पर बदलाव के लिये मतदान किया।
प्रेस को जारी विज्ञप्ति के माध्यम से दिवान चन्द पटेल ने कहा कि भाकियू ने बदलाव का आवाहन करते हुये भाजपा को सबक सिखाने का आवाहन किसानों, मजदूरो, नौजवानों, व्यापारियों सहित समाज के सभी वर्गो से किया था। बस्ती मण्डल में 3 मार्च को मतदान के दिन बूथों पर बदलाव का असर दिखा और किसानों, मजदूरों के मुद्दे हाबी रहे। कहा कि भाकियू का आन्दोलन थमने वाला नहीं है, यदि आश्वासन के अनुरूप दो माह के भीतर गोविन्दनगर सुगर मिल पर गन्ना किसानों, श्रमिकों का लगभग 62 करोड रूपया व्याज समेत भुगतान न हुआ तो भााकियू आन्दोलन छेड़ेगी।
भाकियू प्रदेश सचिव दिवान चन्द पटेल ने कहा कि मतदान के दौरान दिल्ली की सरहद पर 13 माह तक चले आन्दोलन की गूंज रही और लगभग 700 किसानों की शहादत और भाजपा के जुल्म को याद कर लोगों ने मतदान किया। दावा किया कि 10 मार्च को तस्वीर साफ हो जायेगी। मंहगाई, बेरोजगारी, छुट्टा पशुओं, भ्रष्टाचार, उत्पीडन आदि के मुददों ने लोगों को बदलाव के लिये मतदान हेतु प्रेंरित किया। इसका असर बूथों पर साफ दिखाई पड़ा।

लोकसभा चुनाव 2024: दूसरे चरण की वो 54 सीटें, जो तय करेंगी 2024 के सत्ता का भविष्य     |     ‘मना किया पर अब्बा नहीं माने…’, अतीक के बेटे का बयान खोलेगा उमेशपाल हत्याकांड का बड़ा राज     |     लगता है मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था…मालदा में ऐसा क्यों बोले पीएम मोदी?     |     20 साल में सबसे ज्यादा सर्च किया गया Inheritance Tax, सैम पित्रोदा भी 5 साल में रहे टॉप पर     |     कर्नाटक ही नहीं, इन 4 राज्यों में भी OBC में शामिल हैं सभी मुस्लिम, देश में क्या है व्यवस्था?     |     Everest या MDH के मसाले ही नहीं, बादाम से अश्वगंधा तक इन 527 भारतीय प्रोडक्ट्स में भी मिला एथिलीन ऑक्साइड     |     अमेठी से राहुल और रायबरेली से प्रियंका गांधी लड़ेंगी चुनाव? अखिलेश ने खोल दिए पत्ते     |     राजस्थान में ऑडियो टेप कांड पर पीएम मोदी का कांग्रेस पर हमला, कहा-युवाओं की क्षमता को बर्बाद कर दिया     |     ‘जम्मू-कश्मीर मुश्किल समय में है, मैं बेजुबानों की आवाज बनने आई हूं’, राजौरी में बोलीं महबूबा मुफ्ती     |     ऑफिस में लोग मुझे बुजुर्ग कहते, तंज कसते, आखिर 25 की उम्र में बदलवाने पड़े घुटने, एक युवा का दर्द     |    

पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए इस नम्बर पर सम्पर्क करें- 9431277374