बिहार में मार्च तक बीआरसी एवं सीआरसी के सभी खाली पद भरे जाएंगे, एमडीएम योजना को दुरुस्त करने पर जोर

पटना। बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने कहा कि मार्च तक प्रदेश के सभी प्रखंड संसाधन केंद्रों और संकुल संसाधन केंद्रों के खाली पदों को भर दिया जाएगा। अभी 45 प्रतिशत पद खाली हैं। सभी पदों के भरे जाने से मिड डे मील योजनाओं के क्रियान्वयन में और बेहतरी आएगी। शनिवार को अभिलेख भवन में मिड डे मील योजना का कार्यान्वयन के लिए लागू सिंगल नोडल एकाउंट सिस्टम के संचालन हेतु दो दिवसीय मास्टर ट्रेनर प्रोग्राम का उद्घाटन के दौरान उन्होंने यह बात कही। सरकार स्कूलों में मध्याह्न भोजन योजना को और बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास में जुटी है। शिक्षा विभाग के बड़े अधिकारी के इस बयान से सीआरसी और बीआरसी में कार्य निष्पादन की गुणवत्ता सुधरने की उम्मीद बढ़ गई है
सिंगल नोडल एकाउंट से कुशलता आने की उम्मीद
उन्होंने कहा कि सिंगल नोडल एकाउंट का संचालन और मिड डे मील योजना के क्रियान्वयन में कुशलता से कार्य करें। नई व्यवस्था को बेहतर ढंग से लागू करें। उम्मीद है कि जो मास्टर ट्रेनर तैयार हो रहे हैं वो निचले स्तर पर जाकर बेहतर कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि व्यवस्था को सुचारू और पारदर्शी बनाने के लिए सभी का सहयोग और सहभागिता जरूरी है

कोरोना काल में खाद्यान्न वितरण में 20 प्रतिशत बच्चों की संख्या में वृद्धि
अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने कहा कि कोरोना काल से पहले प्रारंभिक विद्यालयों में 60 प्रतिशत बच्चे ही पका-पकाया भोजन खा रहे थे। कोरोना काल में खाद्यान्न वितरण में लाभार्थी बच्चों की संख्या 80 प्रतिशत हो गई। जब इसका अध्ययन कराया गया तो 20 प्रतिशत बच्चों की वृद्धि सही निकली। अब विद्यालयों में बच्चों को मिड डे मील की निगरानी भी पोर्टल एप से करायी जाएगी। कार्यक्रम में शिक्षा सचिव असंगबा चुबा आओ, विशेष सचिव व मिड डे मील निदेशक सतीश चंद्र झा, सहायक निदेशक अजय कुमार झा समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।