कंगना रनौत ने उड़ाया महात्मा गांधी के ‘मंत्र’ का मज़ाक तो पड़पोते ने कहा- वह लाइमलाइट के लिए उल जुलूल बातें करती हैं
नई दिल्ली: बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत अकसर अपनी बयान बाजी के चलते सुर्खियों में छाई रहती हैं। हाल ही में कंगना ने यह कर सनसनी मचा दी थी की हमें असली आज़ादी 2014 में मिली है, जिस पर कई राजनेताओं ने कंगना पर सवाल उठाए और उनके इस बयान पर गिरफ्तारी की भी मांग की।
कंगना रनौत सिर्फ लाइम लाइट में रहना पसंद करती हैं
वहीं अब इन सब के बीच राष्ट्रपति महात्मा गांधी को लेकर दिए विवादित बयान पर बवाल मचा है। अब महात्मा गांधी के पड़पोते तुषार गांधी ने भी कंगना रनौत पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि कंगना रनौत सिर्फ लाइम लाइट में रहना पसंद करती हैं, इसलिए वह उल-जुलूल बातें करती रहती हैं। उनका कहना है कि मुझे नहीं लगता है कि इस पर हमें कुछ कमेंट करना चाहिए। हम उसे (कंगना) बड़ा नहीं बनाना चाहते..नो कमेंट।
कंगना ने महात्मा गांधी के अहिंसा के मंत्र का उड़ाया था मज़ाक
बता दें कि अभिनेत्री कंगना रनौत ने मंगलवार को दावा किया था कि सुभाष चंद्र बोस और भगत सिंह को महात्मा गांधी से कोई समर्थन नहीं मिला। उन्होंने महात्मा गांधी के अहिंसा के मंत्र का मज़ाक उड़ाते हुए कहा था कि दूसरा गाल आगे करने से भीख मिलती है न कि आजादी।
तो वहीं इससे पहले कंगना रनौत ने पिछले हफ्ते कहा था कि 1947 में भारत को आजादी नहीं, बल्कि भीख मिली थी, असली स्वतंत्रता 2014 में मिली जब नरेंद्र मोदी की सरकार सत्ता में आई. रनौत ने इंस्ट्राग्राम पर एक के बाद एक कई पोस्ट कर महात्मा गांधी को निशाना बनाया और कहा कि अपने नायकों को समझदारी से चुनो।
दरअसल, कंगना ने एक अखबार की पुरानी खबर साझा की थी जिसकी हेडलाइन थी, ‘गांधी, अन्य नेताजी को सौंपने के लिए सहमत हुए थे। कंगना रनौत ने इस खबर की कटिंग के साथ लिखा था कि या तो आप गांधी के प्रशंसक हैं या नेताजी के समर्थक हैं, आप दोनों एक साथ नहीं हो सकते हैं… चुनो और फैसला करो।’
दूसरी गाल आगे करने से किसी को आज़ादी नहीं मिलती, भीख मिलती है
इसके बाद कंगना ने महात्मा गांधी पर निशाना साधते हुए दावा किया कि इस बात के सबूत हैं कि वह चाहते थे कि भगत सिंह को फांसी दी जाए, कंगना ने कहा था कि ये वही लोग हैं जिन्होंने हमें सिखाया, अगर कोई आपको थप्पड़ मारे तो एक और थप्पड़ के लिए दूसरा गाल आगे कर दो और इस तरह आपको आजादी मिलेगी, इस तरह से किसी को आज़ादी नहीं मिलती, ऐसे भीख मिल सकती है, अपने नायकों को बुद्धिमानी से चुनें।