Breaking
हेलीकॉप्टर से लॉन्च हुई टीम इंडिया की नई जर्सी, रोहित-जडेजा देखकर रह गए हैरान दुमका में प्रेमी ने पार की हैवानियत की हदें, दो दिनों तक किया रेप, फिर ऐसिड डालकर मिटाई पहचान उत्तराखंड: मामा बना हैवान… नाबालिग भांजी से किया रेप, ऐसे हुआ दरिंदगी का खुलासा अमित शाह फेक वीडियो: कोर्ट ने आरोपी अरुण रेड्डी को एक दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेजा ‘पुलिस से बात न करें…’ बंगाल के राज्यपाल का राजभवन कर्मचारियों को आदेश केजरीवाल के खिलाफ एलजी ने की NIA जांच की सिफारिश, आतंकी संगठन से फंड लेने का लगाया आरोप जैसलमेर के बाद अब बाड़मेर के खेतों में 3 KM की लंबी दरार, हैरानी में पड़े किसान ‘काली कमाई के गोदाम बना रही कांग्रेस, नोटों के पहाड़ निकल रहे’, आंध्र प्रदेश में विपक्ष पर बरसे PM कपड़े उतारकर पीटा, आग से जलाया… ऑनलाइन गेम में हारे पैसे वसूलने के लिए थर्ड डिग्री टॉर्चर निगम की अनदेखी का खेल, डामर की सड़क पर सीमेंट का लेप

यूक्रेन के सूमी में अभी भी फंसे हैं करीब 700 छात्र भारत को रूस और यूक्रेन की प्रतिक्रिया का इंतजार

Whats App

नई दिल्ली । लगभग 700 भारतीय नागरिक पूर्वी यूक्रेन के सूमी शहर में फंसे हुए हैं। रविवार को भीषण लड़ाई और गोलाबारी के बीच उनकी निकासी की व्यवस्था करने के प्रयासों में कोई सफलता नहीं मिली। मामले से परिचित लोगों ने कहा कि भारतीय नागरिक, जिनमें ज्यादातर छात्र हैं, वे सभी बंकरों और कैंपस में शरण लिए हुए हैं। यूक्रेन में स्थानीय संघर्ष विराम को लेकर भारत की ओर से पूछे गए जवाब पर रूस और यूक्रेन की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। दरअसल इससे पहले रूस और यूक्रेन ने शनिवार को संघर्ष विराम का ऐलान किया था। इसने मारियुपोल-वोल्नोवाखा में मानवीय कॉरिडोर बनाकर नागरिकों को सुरक्षित निकालने पर भी सहमति जताई थी। लेकिन इसका खासा फायदा मिलता नजर नहीं आ रहा है। पूर्वी यूक्रेन में फंसे भारतीय बाहर निकलने के इन रास्तों का इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं। मामले से परिचित लोगों ने कहा कि भारतीय नागरिक, जिनमें ज्यादातर छात्र हैं, वे सभी बंकरों और कैंपस में शरण लिए हुए हैं। यूक्रेन में स्थानीय संघर्ष विराम को लेकर भारत की ओर से पूछे गए जवाब पर रूस और यूक्रेन की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। दरअसल इससे पहले रूस और यूक्रेन ने शनिवार को संघर्ष विराम का ऐलान किया था। इसने मारियुपोल-वोल्नोवाखा में मानवीय कॉरिडोर बनाकर नागरिकों को सुरक्षित निकालने पर भी सहमति जताई थी। लेकिन इसका खासा फायदा मिलता नजर नहीं आ रहा है। पूर्वी यूक्रेन में फंसे भारतीय बाहर निकलने के इन रास्तों का इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं। अधिकांश नागरिकों को खारकीव जैसे अन्य संघर्ष क्षेत्रों से बाहर निकाला लेने के बाद अब सूमी यूक्रेन में निकासी के प्रयासों का मुख्य फोकस बना हुआ है। कीव में भारतीय दूतावास ने यह पता लगाने के लिए एक अभियान शुरू किया है कि कहीं और भारतीय संघर्ष क्षेत्रों या यूक्रेन के अन्य हिस्सों में तो नहीं फंसे हैं। दूतावास ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक पोस्ट में ऐसे किसी भी भारतीय का ब्योरा मांगा है। दूतावास ने ट्वीट किया सभी भारतीय नागरिक जो अभी भी यूक्रेन में रह रहे हैं, उनसे अनुरोध है कि वे अटैच  जरूरी डिटेल तत्काल आधार पर भरें। विदेश मंत्रालय ने कहा कि 76 निकासी उड़ानों में अब तक 15,920 भारतीयों को वापस लाया गया है। शनिवार और रविवार को 13 उड़ानें नई दिल्ली और मुंबई में उतरीं, जिससे लगभग 2,500 लोग वापस आए। रविवार और सोमवार के लिए सात और निकासी उड़ानें निर्धारित हैं, जिनमें से एक भारतीय वायु सेना का सी-17 हैवी-लिफ्ट विमान शामिल है। ये उड़ानें बुडापेस्ट, रेजजो और सुसेवा से उड़ान भरती हैं। भारत द्वारा अपनी पहली यात्रा सलाह जारी किए जाने के बाद से 21,000 से अधिक भारतीय यूक्रेन छोड़ चुके हैं। इनमें से 19,920 भारत पहुंच चुके हैं।

हेलीकॉप्टर से लॉन्च हुई टीम इंडिया की नई जर्सी, रोहित-जडेजा देखकर रह गए हैरान     |     दुमका में प्रेमी ने पार की हैवानियत की हदें, दो दिनों तक किया रेप, फिर ऐसिड डालकर मिटाई पहचान     |     उत्तराखंड: मामा बना हैवान… नाबालिग भांजी से किया रेप, ऐसे हुआ दरिंदगी का खुलासा     |     अमित शाह फेक वीडियो: कोर्ट ने आरोपी अरुण रेड्डी को एक दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेजा     |     ‘पुलिस से बात न करें…’ बंगाल के राज्यपाल का राजभवन कर्मचारियों को आदेश     |     केजरीवाल के खिलाफ एलजी ने की NIA जांच की सिफारिश, आतंकी संगठन से फंड लेने का लगाया आरोप     |     जैसलमेर के बाद अब बाड़मेर के खेतों में 3 KM की लंबी दरार, हैरानी में पड़े किसान     |     ‘काली कमाई के गोदाम बना रही कांग्रेस, नोटों के पहाड़ निकल रहे’, आंध्र प्रदेश में विपक्ष पर बरसे PM     |     कपड़े उतारकर पीटा, आग से जलाया… ऑनलाइन गेम में हारे पैसे वसूलने के लिए थर्ड डिग्री टॉर्चर     |     निगम की अनदेखी का खेल, डामर की सड़क पर सीमेंट का लेप     |    

पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए इस नम्बर पर सम्पर्क करें- 9431277374