
अलीगढ़: बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत के देश आजादी पर बयान देकर बवाल खड़ा कर दिया है। उन्होंने 1947 को मिली आजादी को भीख बता दिया। इस पर आईएमआईएम (AIMIM) अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने इसे मुसलमानों से जोड़ते हुए कहा कि अगर कोई मुस्लिम ऐसा कहता तो यूपी पुलिस गोली मार देती।
यूपी के अलीगढ़ में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा कि अगर कोई मुस्लिम समुदाय से ये बात कहता तो देशद्रोह का केस दर्ज हो जाता। उन्होंने कहा- हद तो ये हो गई, एक मोहतरमा को हमारा सर्वोच्च नागरिक अवार्ड दिया गया। वो मोहतरमा एक टीवी के इंटरव्यू में कहती हैं कि देश को आजादी 2014 में मिली। अगर वो बात मुसलमान कहता तो अबतक उसपर यूएपीए लग गया होता। आगे ओवैसी ने कहा कि मुस्लिम युवक को जेल में डालने से पहले थाने में ले जाके उसे घुटने के नीचे गोली मार दी जाती और बोलते तूने गद्दारी की। मगर वो रानी है, आप महाराजा हैं, कोई कुछ नहीं कहता”।
ओवैसी ने सीएम योगी पर साधाना निशाना
इतना ही नहीं ओवैसी ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पाकिस्तान की जीत का जश्न मनाने वालों को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चेतावनी देते हैं, लेकिन कंगना पर चुप रहते हैं। उन्होंने कहा कि अगर हमारे मुंह से गलती से भी कुछ निकल जाता, किसी ने इंडिया-पाकिस्तान के मैच पर गलती से कुछ लिख दिया, तो बाबा ने कहा गद्दारी का इल्जाम लगाकर जेल में डाल दिया जाएगा। मैं उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री से पूछ रहा हूं, मैं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछ रहा हूं कि देश 1947 में आजाद हुआ कि 2014 में आजाद हुआ बताओ। और ये गलत है तो देश के प्रधानमंत्री और उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री गद्दारी का इल्जाम लगाएंगे। क्या देशद्रोह का केस सिर्फ मुसलमानों के लिए है”?

कंगना रनौत दिए इस बयान पर मचा बवाल
बता दें कि रनौत ने बुधवार शाम को एक न्यूज चैनल के एक कार्यक्रम में कहा था कि भारत को 2014 में “वास्तविक स्वतंत्रता” प्राप्त हुई थी, जब नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार सत्ता में आई थी। इससे पहले 1947 में मिली स्वतंत्रता तो भीख थी।