
पटना। बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने बीते दिनों शराबबंदी को सख्त करने के लिए समीक्षा बैठक की। इस बैठक के बाद लगातार पुलिस का एक्शन भी दिख रहा है। लेकिन इस बीच शराबबंदी कानून को लेकर सूबे में सियासत भी तेज होती जा रही है। सरकार में शामिल बीजेपी (BJP) के विधायक लगातार शराबबंदी (Liquor Ban) की समीक्षा की मांग कर रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी के विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल के बाद अब बीजेपी (BJP) के एमएलए कुंदन सिंह ने भी सवाल उठा दिया है। बीजेपी की तरफ से लगातार उठ रहे सवाल पर राष्ट्रीय जनता दल ने अब नया दांव चला है। आरजेडी के महासचिव सीनियर लीडर आलोक मेहता ने कहा कि इस हाल में बीजेपी को सरकार से समर्थन वापस ले लेना चाहिए।
सरकार से समर्थन वापस ले बीजेपी
लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के नेता आलोक मेहता ने कहा है कि सरकार में शामिल बीजेपी के विधायक लगातार शराबबंदी कानून को लेकर नाराज चल रहे हैं। तो ऐसे में बीजेपी को सरकार से समर्थन वापस लेकर बाहर आ जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि, सरकार में रहकर बीजेपी अनर्गल अलाप कर रही है। आलोक मेहता ने आरोप लगाया कि बिहार में शराबंदी लागू करने में सरकार नाकाम साबित हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार में सवाल उठाने का मतलब नहीं है। अगर वो इस कानून का विरोध करते हैं तो उन्हें इस्तीफा देना चाहिए।

बीजेपी विधायक ने की समीक्षा की मांग
गौरतलब है कि, बीते दिनों बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने शराबबंदी कानून को लेकर सवाल उठाया था। इसके बाद अब बेगूसराय के भाजपा विधायक ने शराबबंदी पर सवाल उठाते हुए कहा है कि जो चीज उत्तर प्रदेश, झारखंड में सही है वो बिहार मे कैसे गलत है। बीजेपी विधायक ने कहा कि बिहार में ड्रग्स का प्रचलन बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कहा कि शराब का कारोबार कर जिन लोगों ने कमाई की वे पंचायत चुनाव लड़ रहे हैं। कुंदन सिंह ने कहा कि शराबबंदी कानून को लेकर समीक्षा होनी चाहिए।