नालंदा। बिहार के नालंदा में दिनदहाड़े 6 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया,जबकि 3 लोग अभी भी जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं, बिहार के नालंदा में हुए इस नरसंहार ने आज बिहार में फिर से बदनुमा दाग लगा दिया है, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले में हुए इस गोलीबारी की घटना ने,आज बिहार में फिर से जंगलराज की यादें ताजा कर दी है,घटना राजगीर अनुमंडल अंतर्गत छबीलापुर थाना क्षेत्र के लोदीपुर गांव की है, जहाँ बुधवार दोपहर जमीन विवाद में दो पक्षों में लड़ाई हुई , जो देखते ही देखते खूनी खेल में बदल गया एक ओर से करीब 4 दर्जन बदमाश ताबड़तोड़ गोलियां बरसाने लगे,घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई है पुलिस के अनुसार , जमीन विवाद में हत्या की बात सामने आ रही हैं, कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है, गांव में पुलिस टीम को तैनात कर दिया गया है।
परिजन बोले सुबह 9:00 बजे से ही चल रही थी गोलियां नरसंहार के बाद पहुंची पुलिस
वहीं परिजनों का कहना है कि जमीन विवाद में सुबह 9 बजे से ही गोलियां चल रही थी,पुलिस को इस मामले की जानकारी भी दी गई थी, पुलिस समय से पहुंचती तो एक भी जान नहीं जाती, नाही छह लोगों की मौत होती, और ना ही तीन अस्पताल में जिंदगी से जंग लड़ रहे होते ।
कोर्ट में चल रहा था 41 बीघा जमीन का मामला।
परिजनों ने बताया कि 41 बीघा जमीन का मामला कोर्ट में चल रहा है, बुधवार सुबह गांव के देवी स्थान के पास महेंद्र यादव व राजेश्वर यादव अपने बेटों के साथ ट्रैक्टर लेकर इसी जमीन की जुताई कर रहे थे, इसी दौरान परशुराम यादव अपने बेटे , भाई और भतीजों के साथ विरोध करने गए, तभी अचानक करीब 4 दर्जन बदमाश हथियार से लैश होकर आ गए, परशुराम यादव और उनके परिवार के साथ हाथापाई करने लगे, इन लोगों ने जब विरोध किया तो बदमाश अंधाधुंध फायरिंग करने लगे इसमें 9 लोगों को गोली लगी है , जिसमें 6 की मौत हो गई और 3 व्यक्ति घायल हैं, मृतकों की पहचान परशुराम यादव और उनके पुत्र धीरेंद्र और शिवेंद्र , जदू यादव व उसके पुत्र पिंटू और महेश यादव के रूप में हुई है, रामरूप यादव का बेटा बिंदा यादव है , जबकि घायलों में परशुराम यादव , मिठ्ठू यादव और मंटू यादव घायल हैं, जिनका प्राथमिक उपचार सदर अस्पताल में चल रहा है, जहां से एक को पटना पीएमसीएच रेफर कर दिया गया है।