Breaking
20 साल में सबसे ज्यादा सर्च किया गया Inheritance Tax, सैम पित्रोदा भी 5 साल में रहे टॉप पर कर्नाटक ही नहीं, इन 4 राज्यों में भी OBC में शामिल हैं सभी मुस्लिम, देश में क्या है व्यवस्था? Everest या MDH के मसाले ही नहीं, बादाम से अश्वगंधा तक इन 527 भारतीय प्रोडक्ट्स में भी मिला एथिलीन ऑक... अमेठी से राहुल और रायबरेली से प्रियंका गांधी लड़ेंगी चुनाव? अखिलेश ने खोल दिए पत्ते राजस्थान में ऑडियो टेप कांड पर पीएम मोदी का कांग्रेस पर हमला, कहा-युवाओं की क्षमता को बर्बाद कर दिया ‘जम्मू-कश्मीर मुश्किल समय में है, मैं बेजुबानों की आवाज बनने आई हूं’, राजौरी में बोलीं महबूबा मुफ्ती ऑफिस में लोग मुझे बुजुर्ग कहते, तंज कसते, आखिर 25 की उम्र में बदलवाने पड़े घुटने, एक युवा का दर्द ‘हम नहीं देंगे टोल’… पर्ची दी तो पिस्टल दिखाई, कहा- जान से मार दूंगा- Video जिस बॉलीवुड एक्ट्रेस पर मेकर्स ने खेला 725 करोड़ का दांव, अब प्रभास की ये बड़ी फिल्म मिल गई! थप्पड़, लात-घूंसे…हार्दिक पंड्या का नाम लिया और LIVE मैच में हो गया बड़ा बवाल

बोले-उन्हें जान से मार कर लें जमीन पर कब्जा, जीते-जी नहीं छोड़ेंगे घर

Whats App

जालंधर: हरियाणा के जालंधर शहर में लतीफपुरा की जमीन को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। प्रशासन उसका कब्जा लेना चाह रहा है, जबकि बरसों से वहां पर रह रहे लोग घर छोड़ने को राजी नहीं हैं। लोगों का कहना है कि वह पिछले 70 सालों से लतीफपुरा में रह रहे हैं। उनकी कई पीढ़ियां यहां पर पैदा हुईं, लेकिन उन्हें अभी तक समझ में नहीं आ रहा है कि जहां पर वह इतने सालों से रह रहे हैं। उनकी जमीन कैसे बिक गई।विरोध जताते लतीफपुरा निवासीबाकायदा निगम को देते रहे हैं टैक्सलतीफपुरा में रहने वाले बुजुर्ग लोगों का कहना है कि वह बरसों से नगर निगम को टैक्स देते आ रहे हैं। उनके घरों में उनके बुजुर्गों के नाम से बिजली के मीटर हैं, पानी के कनेक्शन हैं। लतीफपुरा में रहने वाले बुजुर्ग कश्मीर सिंह ने कहा कि इसके अलावा उनके राशन कार्डों से लेकर कई ऐसे दस्तावेज हैं जो यह साबित करते हैं कि वह अचानक आकर यहां पर नहीं बसे हैं। बल्कि 70 साल से वह यहां पर रहते आ रहे हैं।अचानक आकर यह कह देना कि घरों को खाली करो और यहां से चले जाओ यह न्यायसंगत नहीं है।लतीफपुरा में बसने की कहानी बताते बुजुर्ग कश्मीर सिंहदावा- उनके नाम पर है लतीफपुरा में जमीन​​​​​​​लतीफपुरा के कुछ बुजुर्गों ने दावा किया है कि जहां पर वह रह रहे हैं, वह जमीन उनके नाम पर है। चाहे तो विभाग माल महकमे में जाकर उनके रिकॉर्ड भी चेक कर सकता है। राजस्व रिकॉर्ड में कब्जा उनके नाम पर दर्ज है। प्रशासन उनकी जमीन को छोड़कर शेष कर अपना कब्जा कर ले उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन वह लतीफपुरा में किसी के साथ नाजायज नहीं होने देंगे। किसी का घर नहीं उजड़ने देंगे।बुजुर्ग कश्मीर सिंह ने कहा कि उनके बुजुर्ग साल 1951-52 में आकर यहां पर बसे थे। अब उनके खानदान की चौथी पीढ़ी चल रही है। 1972 में सरकार ने उन्हें यहां पर हम सब परिवार समेत रह रहे हैं, जमीन अवार्ड की थी। 1977-78 में उनके नाम से टैक्स दिया गया है। जिसकी रसीदें तक उनके पास हैं।

20 साल में सबसे ज्यादा सर्च किया गया Inheritance Tax, सैम पित्रोदा भी 5 साल में रहे टॉप पर     |     कर्नाटक ही नहीं, इन 4 राज्यों में भी OBC में शामिल हैं सभी मुस्लिम, देश में क्या है व्यवस्था?     |     Everest या MDH के मसाले ही नहीं, बादाम से अश्वगंधा तक इन 527 भारतीय प्रोडक्ट्स में भी मिला एथिलीन ऑक्साइड     |     अमेठी से राहुल और रायबरेली से प्रियंका गांधी लड़ेंगी चुनाव? अखिलेश ने खोल दिए पत्ते     |     राजस्थान में ऑडियो टेप कांड पर पीएम मोदी का कांग्रेस पर हमला, कहा-युवाओं की क्षमता को बर्बाद कर दिया     |     ‘जम्मू-कश्मीर मुश्किल समय में है, मैं बेजुबानों की आवाज बनने आई हूं’, राजौरी में बोलीं महबूबा मुफ्ती     |     ऑफिस में लोग मुझे बुजुर्ग कहते, तंज कसते, आखिर 25 की उम्र में बदलवाने पड़े घुटने, एक युवा का दर्द     |     ‘हम नहीं देंगे टोल’… पर्ची दी तो पिस्टल दिखाई, कहा- जान से मार दूंगा- Video     |     जिस बॉलीवुड एक्ट्रेस पर मेकर्स ने खेला 725 करोड़ का दांव, अब प्रभास की ये बड़ी फिल्म मिल गई!     |     थप्पड़, लात-घूंसे…हार्दिक पंड्या का नाम लिया और LIVE मैच में हो गया बड़ा बवाल     |    

पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए इस नम्बर पर सम्पर्क करें- 9431277374