
पटना।बिहार की नीतीश सरकार में ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर बवाल मचा है. मंत्री से लेकर विधायक सब नीतीश सरकार की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़ा कर रहे हैं. इसी ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर सरकार का एक और बड़ा कारनामा कर दिया. स्वास्थ्य विभाग ने फिर एक बार मरे हुए डॉक्टर का तबादला कर दिया है. हैरत की बात तो ये है कि सरकार ने मरे हुए चिकित्सक को प्रोमोशन भी दे दिया है.
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के गृह जिले सीवान में स्वास्थ्य विभाग का नया कारनामा सामने आया है, जिसमें एक मृत स्वास्थ्य अधिकारी का गोपालगंज में ट्रांसफर कर दिया गया है. दरअसल 30 जून को स्वास्थ्य विभाग ने बड़े पैमाने पर डॉक्टरों का तबादला किया.
तबादले की अधिसूचना 322 (3) में 35 डॉक्टरों का नाम है. इस सूची में 22वें नंबर पर डॉ राजेश्वर प्रसाद सिन्हा का नाम है. जिनका निधन हो गया है. कोरोना की वजह से दो महीना पहले ही इनकी मौत हो चुकी है. लेकिन सरकार ने राजेश्वर प्रसाद सिन्हा को पदोन्नति देते हुए गोपालगंज के अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी के पद पर तैनात किया है.

आपको बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर में 19 अप्रैल को सीवान के महाराजगंज के तत्कालीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी राजेश्वर प्रसाद सिन्हा कोविड पॉजिटिव पाए गए थे, इलाज के दौरान 6 मई को इनकी मौत हो गई थी. लेकिन इसके बावजूद भी सरकार ने गोपालगंज जिले में इनका तबादला कर दिया है.
बीते गुरूवार को भी बिहार सरकार ने पटना जिले के नौबतपुर के प्रखंड कृषि पदाधिकारी रहे अरुण कुमार शर्मा का भी नाम है, जिनका निधन हो चुका है. उनकी मौत हो जाने के बावजूद भी सरकार की ओर से उनका तबादला भोजपुर जिले के चौगाई में प्रखंड कृषि पदाधिकारी के रूप में कर दिया गया था।